पीआरएल पुरस्कार प्राप्तकर्ता

2017
डेक्कन बाढ़ बेसाल्ट के जियोडायनामिक्स और पश्चिमी भारत के विभाजित मार्जिन के टेक्टोनोमैगमैटिक विकास में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए
डॉ. हेतु सी. शेठ
आईआईटी बॉम्बे
2017
भारतीय ग्रीष्मकालीन मानसून के दौरान नमी परिवहन और भूमि-वायुमंडल परस्परक्रिया से संबंधित प्रक्रियाओं में नई अंतर्दृष्टि प्रदान करने वाली सांख्यिकीय और गतिशील दृष्टिकोणों का उपयोग करते हुए क्षेत्रीय जल-मौसम संबंधी मॉडलिंग में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए
डॉ. सुबिमल घोष
i. आईआईटी बॉम्बे
2015
भावी अंतरिक्ष मौसम अध्ययनों के लिए महत्वपूर्ण ऊपरी आयनमंडल पर दिनसमय उप-तूफ़ान प्रचिह्न का पता लगाने में महत्वपूर्ण योगदान
डॉ. गीता विचारे
आईआईजी, मुंबई
2013
भारतीय किम्बर्लाइट और उनके विकास को प्रभावित करने वाली प्रावरण प्रक्रियाओं पर अग्रणी अध्ययन
डॉ. एन.वी. चलपति राव
बीएचयू, बनारस
भारतीय कार्बोनेटाइट्स और अंडमान सबडक्शन क्षेत्र की उत्पत्ति और विकास पर अध्ययन
डॉ. जे.एस. रे
पीआरएल, अहमदाबाद
2011
भारत-बर्मा प्लेट्स के स्तरीय विरूपण और भूगतिशीलता को समझने के लिए जीपीएस प्रणाली के उपयोग द्वारा उत्कृष्ट कार्य
डॉ. विनीत के. गहलौत
एनजीआरआई, हैदराबाद
2009
मध्य वायुमंडल और निम्न वायुमंडल प्रक्रियाओं के बीच युग्मन को समझने और तटस्थ वायुमंडलीय गतिशीलता में गुरुत्वाकर्षण तरंगों की भूमिका को स्पष्ट करने में महत्वपूर्ण योगदान
डॉ. ए.के. पात्रा
एनएआरएल, गादंकी
2007
वायुमंडलीय ऐरोसोल और जलवायु परिवर्तन के अध्ययन में योगदान
प्रो. एस.के. सतीश
आईआईएससी, बैंगलोर
2005
युग्मित तापमंडल-आयनमंडल प्रणाली और निम्न अक्षांशों पर मध्यमंडल-निम्न तापमंडल क्षेत्र के परिवर्तनशील प्रक्रियाओं को समझने के लिए महत्वपूर्ण योगदान
डॉ. एस. गुरुबरन
आईआईजी, तिरुनेलवेली
2003
भू-कालानुक्रम और समस्थानिक अध्ययन
डॉ. जी. पार्थसारथी
एनजीआरआई, हैदराबाद
2001
विशेषतः विकिरणशील बल दक्षता और वायुमंडलीय गतिशीलता एवं जल चक्र पर प्रभाव का आकलन करने के लिए ऐरोसोल अनुसंधान में महत्वपूर्ण और निरंतर योगदान
डॉ. ए. जयरामन
पीआरएल, अहमदाबाद
बंगाल की खाड़ी के ऊपर वायुमंडल समुद्र युग्मन को समझने के लिए बादल-सदृश प्रवाहों और अग्रणी प्रेक्षणों पर अनोखा और अभिनव लैबोरेटरी प्रयोग
डॉ. जी.एस. भट्ट
आईआईएससी, बैंगलोर
1999
पृथ्वी पर परत प्रावरण अन्योन्यक्रिया और सौर मंडल के प्रारंभिक इतिहास पर अंतर्दृष्टि प्रदान करने वाला अत्यधिक सटीक भू कालानुक्रमिक कार्य
डॉ. अनिल कुमार
एनजीआरआई, हैदराबाद
सल्फाइड प्रणाली पर प्रायोगिक चरण शिला-विज्ञान और ऊष्मागतिकी अध्ययन जिससे खनिजीकरण की समझ समृद्ध हुई है
डॉ. विश्वजित मिश्रा
आईआईटी, खड़गपुर
1997
स्वदेश निर्मित बहुतरंगदैर्घ्य रेडियोमीटर के उपयोग द्वारा ऐरोसोल गुणों के मापन से उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में नए उभरते हुए क्षेत्र ऐरोसोल जलवायु विज्ञान
डॉ. के. कृष्णमूर्ति
एसपीएल, त्रिवेन्द्रम