शैक्षणिक/अंतिम सेमेस्टर परियोजना प्रशिक्षण

जो पहले ही अपनी यूजी/पीजी पूरा कर चुके हैं, वे आवेदन करने के पात्र नहीं हैं। केवल प्रामाणिक यूजी/पीजी कार्यक्रम के अंतिम वर्ष में अध्ययनरत छात्र/छात्राएँ और पूर्णकालिक छात्र/छात्राएँ ही पात्र हैं और वे अपने कॉलेज के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं।
विज्ञान और इंजीनियरिंग में बी.ई./एम.ई./बी.टेक./एम.टेक./एमसीए/एम.एससी./एमफिल या अन्य स्नातक (यूजी)/स्नातकोत्तर (पीजी) पाठ्यक्रम करने वाले छात्र/छात्राएँ पीआरएल में अंतिम सेमेस्टर परियोजना शोध प्रबंध/रिपोर्ट प्रशिक्षण के लिए आवेदन कर सकते हैं।

  • स्नातक इंजीनियरिंग छात्र/छात्राओं के लिए अंतिम सेमेस्टर परियोजना प्रशिक्षण अवधि चार (04) महीने होगी।
  • स्नातक/स्नातकोत्तर विज्ञान के छात्र/छात्राओं के लिए परियोजना की अवधि चार (04) से छह (06) महीने तक हो सकती है।
  • स्नातकोत्तर इंजीनियरिंग छात्र/छात्राओं के लिए अंतिम सेमेस्टर परियोजना शोध प्रबंध/रिपोर्ट प्रशिक्षण अवधि छह (6) महीने से बारह (12) महीने तक होगी।

दिशा-निर्देश

  1. अंतिम सेमेस्टर परियोजना प्रशिक्षण भावी छात्र/छात्राओं के शैक्षणिक पाठ्यक्रम का एक हिस्सा होना चाहिए।
  2. विभागाध्यक्ष (एचओडी) को एनओसी पत्र में प्रति सप्ताह न्यूनतम दिनों की संख्या का उल्लेख करना चाहिए, जिस पर छात्र/छात्रा अंतिम सेमेस्टर परियोजना अवधि पर काम करने के लिए पीआरएल में उपस्थित हो सकते हैं। इसे प्रतिबद्ध अंतिम सेमेस्टर परियोजना प्रशिक्षण अवधि कहा जाएगा।
  3. कुल कार्य दिवसों की गणना पी.आर.एल. के कार्य दिवसों के आधार पर की जाएगी (प्रति सप्ताह सोमवार से शुक्रवार तक, अनुसूचित छुट्टियों को छोड़कर)
  4. पीआरएल प्रशासन अंतिम सेमेस्टर परियोजना प्रशिक्षण के लिए चुने गए छात्र/छात्राओं को अस्थायी पहचान पत्र प्रदान करेगा, जो पीआरएल परिसर में उनके प्रवेश के लिए आवश्यक है। छात्र/छात्राओं को पीआरएल में रहते समय अपना पहचान पत्र लगाकर रखना है।
  5. पीआरएल आईटी सुरक्षा मानदंडों के अनुसार, प्रशिक्षण के लिए आवश्यक कम्प्यूटेशनल सुविधाएं प्रदान की जा सकती हैं।
  6. समय-समय पर लागू दरों के अनुसार भुगतान के आधार पर पीआरएल कैंटीन सुविधाओं का लाभ उठाया जा सकता है।
  7. पीआरएल में प्रशिक्षण के दौरान चिकित्सा और परिवहन के खर्च शामिल नहीं होंगे। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत स्टाइपेंड देय नहीं है। छात्र/छात्राओं को आवास की व्यवस्था स्वयं करनी होगी।
  8. छात्र/छात्राओं को पूरी परियोजना अवधि के दौरान अनुपस्थिति की स्थिति में पूर्व अनुमति लेनी होगी। इसमें किसी भी तरह की चूक के परिणामस्वरूप परियोजना समाप्त हो जाएगी, और इस आशय की सूचना विभागाध्यक्ष को दी जाएगी।
  9. प्रशिक्षण मोड ऑफलाइन/ऑनलाइन हो सकता है, और पीआरएल के पर्यवेक्षक परियोजना प्रशिक्षण आवश्यकताओं के आधार पर इसका निर्णय ले सकते हैं।
  10. प्रशिक्षण के अंत में एक प्रमाण पत्र जारी किया जाएगा, बशर्ते कि पीआरएल में अंतिम सेमिनार दिया जाए और परियोजना पर्यवेक्षक से अनुमोदन प्राप्त किया जाए। पीआरएल में मूल्यांकन, डिग्री प्रदान करने की पूर्ति के लिए कॉलेज/विश्वविद्यालय द्वारा किए जाने वाले मूल्यांकन के बदले में नहीं है। छात्र/छात्राओं को अपने अंतिम सेमेस्टर के परियोजना मूल्यांकन के लिए विश्वविद्यालय/कॉलेज के मानदंडों का पालन करना होगा।
  11. परियोजना के अंतिम डिफेंस के लिए पीआरएल के परियोजना पर्यवेक्षक को विश्वविद्यालय/कॉलेज द्वारा आमंत्रित किया जा सकता है (अधिमानित लेकिन अनिवार्य नहीं है और यह ऑनलाइन भी हो सकता है)।
  12. परियोजना प्रशिक्षण के एक भाग के रूप में पी.आर.एल. में किए गए कार्य से उत्पन्न कोई भी लेख, पी.आर.एल. के परियोजना पर्यवेक्षक की लिखित अनुमति के बिना तकनीकी फेस्ट/सम्मेलन/सेमिनार/पत्रिका में प्रस्तुत नहीं किया जाएगा।

पात्रता: एचएससी से न्यूनतम प्रथम श्रेणी उत्तीर्ण होना अनिवार्य है |

    आवेदन प्रक्रिया से संबंधित जानकारी।

    1. अंतिम सेमेस्टर के परियोजना प्रशिक्षण अनुरोधों पर केवल पीआरएल वेबसाइट पर सूचीबद्ध और 'ओपन' स्थिति वाली परियोजनाओं के लिए ही विचार किया जाएगा।
    2. छात्र/छात्रा संभावित पर्यवेक्षक को अपना सीवी/रेज़्यूमे मेल कर सकते हैं, परियोजना पर चर्चा कर सकते हैं और पीआरएल के लिए औपचारिक रूप से आवेदन करने से पहले पर्यवेक्षक की सहमति ले सकते हैं।
    3. छात्र/छात्रा द्वारा किसी अन्य पर्यवेक्षक को पत्र लिखने से पहले तीन (03) कार्य दिवस तक प्रतीक्षा करनी है। किसी छात्र/छात्रा द्वारा एकाधिक पर्यवेक्षकों को पत्र नहीं लिखा जाना चाहिए और एक समय में केवल एक पर्यवेक्षक से संपर्क करना है।
    4. यदि एक से अधिक छात्र किसी पर्यवेक्षक के पास जाते हैं, तो संबंधित पर्यवेक्षक उनके साथ बातचीत के आधार पर छात्र/छात्राओं का अंतिम नाम तय करेगा।
    5. एक पर्यवेक्षक एक समय में अधिकतम चार (04) छात्र/छात्राओं को ले सकते हैं। साथ ही, किसी दिए गए परियोजना के लिए अधिकतम दो (02) छात्र/छात्राओं का चयन किया जाएगा।
    6. प्रस्तावित पीआरएल पर्यवेक्षक डीन कार्यालय को छात्र/छात्राओं की अनुशंसा के बारे में सूचित करेंगे (छात्र/छात्राओं को एक प्रति देते हुए) इसके बाद, चयन और शामिल होने की आगे की औपचारिकताओं को पूरा करने के लिए औपचारिक आवेदन करने के लिए अनुशंसित छात्र/छात्राओं के साथ एक ऑनलाइन फॉर्म साझा किया जाएगा।
    7. उक्त फॉर्म और संबंधित दस्तावेज प्राप्त होने तथा उनकी जांच के बाद, चयनित छात्र/छात्राओं को उनके निर्धारित परियोजना पर काम शुरू करने के लिए डीन कार्यालय के माध्यम से औपचारिक मंजूरी दे दी जाएगी।
    8. ऑनलाइन फॉर्म भरते समय निम्नलिखित दस्तावेज़ अपलोड करने की आवश्यकता होगी:
      1. संबंधित विश्वविद्यालय/कॉलेज के विभागाध्यक्ष/डीन/प्राचार्य/प्रशिक्षण एवं प्लेसमेंट अधिकारी से निर्धारित एनओसी सह अनुशंसा पत्र (अनुलग्नक-I)
      2. छात्र, आंतरिक पर्यवेक्षक (जैसा लागू हो) तथा संबंधित विश्वविद्यालय/कॉलेज के विभागाध्यक्ष/डीन/प्राचार्य/प्रशिक्षण एवं प्लेसमेंट अधिकारी के हस्ताक्षर सहित निर्धारित 'वचन पत्र'। (अनुलग्नक-II)
      3. निर्धारित प्रारूप में पीआरएल के परियोजना पर्यवेक्षक से सहमति | (अनुलग्नक-III)

    परियोजनाओं की सूची इस प्रकार है: छात्रों को केवल इस सूची में से ही एक परियोजना का चयन करना है।

    परियोजना सूची के लिए यहाँ क्लिक करें
    परियोजना प्रशिक्षण के लिए ऑनलाइन आवेदन पत्र
    आवेदन वर्ष भर खुले रहते हैं
संपर्क: प्रधान, शैक्षणिक सेवाएं
ईमेल: headas[At]prl[Dot]res[Dot]in
फोन: 91-79-2631 4869