पीआरएल की साराभाई प्लेटिनम जयंती प्रोफेसरशिप (स्टिमुली)
प्रो. साराभाई की जन्म शताब्दी वर्ष और पीआरएल के प्लेटिनम जयंती वर्ष के पश्चात उनकी बहुमूल्य विरासत की स्मरण में पीआरएल सहर्ष साराभाई प्लेटिनम जयंती प्रोफेसरशिप (स्टिमुली) प्रारंभ कर रहा है। इस योजना के अंतर्गत विदेश में कार्यरत अत्यधिक प्रेरित, करियर की शुरुआत करने वाले वैज्ञानिकों से लेकर प्रतिष्ठित वरिष्ठ वैज्ञानिकों को आमंत्रित किया जाता है। यह प्रोफेसरशिप पीआरएल में शोधकर्ताओं को निरंतर प्रोत्साहन प्रदान करेगी, और अभ्यागत प्रोफेसरों के साथ चर्चा के माध्यम से उन्हें अनुसंधान के विभिन्न क्षेत्रों के नवीनतम विकास से अवगत कराएगी। यह स्टिमुली प्रोफेसरशिप न केवल विचारों के आदान-प्रदान और बहु-विषयक समृद्धता को पोषित करेगी, बल्कि पीआरएल में नए विज्ञान कार्यक्रमों के सूत्रपात की क्षमता भी रखेगी।
प्रोफेसरशिप की संख्या: दो (2) प्रतिवर्ष
प्रोफेसरशिप राशि: संबंधित वैज्ञानिक की वरिष्ठता के आधार पर प्रति माह 6 लाख रुपये का जीविका भत्ता, साथ ही आवास एवं अंतरराष्ट्रीय यात्रा से संबंधित खर्च जिसमें आने-जाने का हवाई-यात्रा किराया भी शामिल है। यदि आवश्यक हो, तो इस योजना के अंतर्गत आने वाले वरिष्ठ व्यक्ति को एक अनुसंधान सहायक प्रदान किया जा सकता है।
अवधि: लगभग 3 माह से अधिकतम 12 माह तक।
आवृत्ति: वार्षिक
पात्रता मानदंड: विदेश में प्रतिष्ठित शोध/शैक्षणिक संस्थान में कार्यरत कोई भी विदेशी नागरिक, पीआईओ, डीसीआई, एनआरआई, पात्र होंगे, और उन्हें पीएच.डी. के बाद कम से कम 6 साल का अनुभव होना चाहिए। उनके पास उत्कृष्ट वैज्ञानिक कार्य का प्रमाणित ट्रैक रिकॉर्ड होना चाहिए और अपने चुने हुए क्षेत्र में एक नवीन वैज्ञानिक विचार को आगे बढ़ाने की इच्छा होनी चाहिए।
चयन मानदंड: संभावित उम्मीदवारों के नाम पीआरएल संकाय सदस्यों द्वारा निदेशक, पीआरएल को प्रस्तावित किए जा सकते हैं। उम्मीदवार स्वतंत्र रूप से भी आवेदन कर सकते हैं। एक समिति वार्षिक आधार पर आवेदनों का मूल्यांकन करेगी और निदेशक, पीआरएल को विचार हेतु अनुशंसा प्रस्तुत करेगी।
घोषणा की तिथि: सफल उम्मीदवारों के नाम प्रत्येक वर्ष 30 दिसंबर (प्रो. विक्रम साराभाई की पुण्यतिथि) को घोषित किए जाएंगे।
प्रोफेसरशिप की संख्या: दो (2) प्रतिवर्ष
प्रोफेसरशिप राशि: संबंधित वैज्ञानिक की वरिष्ठता के आधार पर प्रति माह 6 लाख रुपये का जीविका भत्ता, साथ ही आवास एवं अंतरराष्ट्रीय यात्रा से संबंधित खर्च जिसमें आने-जाने का हवाई-यात्रा किराया भी शामिल है। यदि आवश्यक हो, तो इस योजना के अंतर्गत आने वाले वरिष्ठ व्यक्ति को एक अनुसंधान सहायक प्रदान किया जा सकता है।
अवधि: लगभग 3 माह से अधिकतम 12 माह तक।
आवृत्ति: वार्षिक
पात्रता मानदंड: विदेश में प्रतिष्ठित शोध/शैक्षणिक संस्थान में कार्यरत कोई भी विदेशी नागरिक, पीआईओ, डीसीआई, एनआरआई, पात्र होंगे, और उन्हें पीएच.डी. के बाद कम से कम 6 साल का अनुभव होना चाहिए। उनके पास उत्कृष्ट वैज्ञानिक कार्य का प्रमाणित ट्रैक रिकॉर्ड होना चाहिए और अपने चुने हुए क्षेत्र में एक नवीन वैज्ञानिक विचार को आगे बढ़ाने की इच्छा होनी चाहिए।
चयन मानदंड: संभावित उम्मीदवारों के नाम पीआरएल संकाय सदस्यों द्वारा निदेशक, पीआरएल को प्रस्तावित किए जा सकते हैं। उम्मीदवार स्वतंत्र रूप से भी आवेदन कर सकते हैं। एक समिति वार्षिक आधार पर आवेदनों का मूल्यांकन करेगी और निदेशक, पीआरएल को विचार हेतु अनुशंसा प्रस्तुत करेगी।
घोषणा की तिथि: सफल उम्मीदवारों के नाम प्रत्येक वर्ष 30 दिसंबर (प्रो. विक्रम साराभाई की पुण्यतिथि) को घोषित किए जाएंगे।