भौतिक अनुसंधान प्रयोगशाला पूर्व छात्र संघ (पंजीकरण संख्या गुजरात/2363)

भौतिक अनुसंधान प्रयोगशाला पूर्व छात्र संघ (PRLAA) का गठन वर्ष 1991 में सोसायटी पंजीकरण अधिनियम 1860 के अंतर्गत सोसायटी के संघ के लिए ज्ञापन के अनुसरण में किया गया था।
PRLAA (पीआरएलएए) का प्रस्ताव देने वाले और गठन करने वाले अठारह संस्थापक सदस्य थे: एम.एस. नारायणन, एन.के. व्यास, पी.एन. पाठक, के.पी. सिंघल, वाई.सी. सक्सेना, एस.आर. ठाकोर, एच.एस.एस. सिन्हा, हरीश चंद्र, बी.एच. सुब्बाराय, हरिओम वत्स, एस.के. अलूरकर, आर.जी. रस्तोगी, अशोक कुमार शर्मा, पी. जनार्दन, एस.के. गुप्ता, पी. शर्मा, एम.बी. पोतदार और एम. मोहन।
संघ के ज्ञापन में निर्धारित PRLAA के उद्देश्य हैं: (1) संघ के सदस्यों के बीच मैत्रीपूर्ण संबंधों को बढ़ावा देना और प्रोत्साहित करना; और (2) सदस्यों को एक दूसरे के निवास और उपलब्धियों के बारे में सूचित करना।
पहला शासी निकाय जिसे PRLAA का प्रबंधन सौंपा गया था, उसमें निम्न सदस्य शामिल थे: आर.जी. रस्तोगी (अध्यक्ष), एम.एस. नारायणन (संयोजक), एच.एस.एस. सिन्हा (सचिव), और चार सदस्य, हरीश चंद्र, एस.आर. ठाकोर, के.पी. सिंघल और पी.एन. पाठक।